तरुण सभा में छात्रों ने सीखा संसदीय व्यवहार, अनुशासन और नेतृत्व कौशल

राजकीय महाविद्यालय में राष्ट्रीय युवा संसद का आयोजन

रुद्रपुर । सरदार भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रुद्रपुर में संसदीय कार्य मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय युवा संसद (तरुण सभा) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने लोकसभा की कार्यप्रणाली का सजीव रूपांतरण प्रस्तुत करते हुए विभिन्न पदों एवं सांसदों की भूमिकाएँ निभाईं। युवा संसद का उद्देश्य छात्रों में लोकतांत्रिक मूल्यों का विकास, संसदीय प्रक्रियाओं की समझ, अनुशासन, सहिष्णुता एवं नेतृत्व कौशल को बढ़ावा देना था।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधायक शिव अरोरा, विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, तथा महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. अवधेश नारायण सिंह द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से किया गया। अपने संबोधन में विधायक अरोरा ने सभी को संविधान दिवस की शुभकामनाएँ दीं, प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया और महाविद्यालय परिसर में कैंटीन निर्माण की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन युवाओं में लोकतांत्रिक सोच और नेतृत्व क्षमता विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

कार्यक्रम का संचालन संयोजक डॉ. प्रदीप कुमार ने किया। तत्पश्चात युवा संसद की कार्यवाही प्रारंभ हुई। सर्वप्रथम प्रश्नकाल में विपक्ष ने बेरोजगारी, महिला सुरक्षा, स्वास्थ्य, आयकर, पर्यावरण संरक्षण और नागरिकता संशोधन विधेयक जैसे मुद्दों पर सत्ता पक्ष से तीखे प्रश्न पूछे, जिनका सत्ता पक्ष ने तर्कपूर्ण उत्तर दिया।

पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उनकी सक्रिय सहभागिता की सराहना की। उन्होंने कहा कि युवा संसद जैसी गतिविधियाँ विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता और संवैधानिक मूल्यों का विकास करती हैं तथा उन्हें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाती हैं।

द्वितीय सत्र में सड़क सुरक्षा, जल संरक्षण और साइबर अपराध जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा हुई। इसके बाद “प्रदूषण पर प्रहार” विषय पर प्रस्ताव सदन में प्रस्तुत किया गया। सत्ता पक्ष ने प्रस्ताव के प्रावधानों को रखा, जबकि विपक्ष ने अपने सुझाव और आपत्तियाँ दर्ज कीं। विस्तृत चर्चा के बाद सदन में मतदान हुआ और प्रस्ताव को पूर्ण बहुमत से पारित कर दिया गया।

कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य प्रो. सिंह ने सभी छात्र-छात्राओं के प्रदर्शन की सराहना करते हुए उन्हें निरंतर ऐसी गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया।
धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय की प्राध्यापक डॉ. अपर्णा सिंह ने किया।

इस अवसर पर डॉ. सर्वजीत, डॉ. राजेश सिंह, डॉ. विवेकानंद पाठक, डॉ. मनोज पांडे, डॉ. रूमा शाह सहित महाविद्यालय के अनेक प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।

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